विश्व का इतिहास

 विश्व की प्रमुख सभ्यताएं

1. मिश्र की सभ्यता

-  यह सभ्यता प्राचीन विश्व की अति विकसित सभ्यता थी इस सभ्यता ने विश्व की अनेक सभ्यताओं को पर्याप्त रूप से प्रभावित किया है।
- इस सभ्यता का प्रारंभ 3460 पूर्व में हुआ।
- मिस्र को नील नदी की देन कहा गया है। मिस्र के बीच में नील नदी बहती है जो मिस्र की भूमि को उपजाऊ बनाती है।
- मिस्र के राजाओं को हराओ कहा जाता  था,  उसे ईश्वर का प्रतिनिधि तथा सूर्य देवता का पुत्र माना जाता था।
- मरने के बाद राजा के शरीर को पिरामिड नामक मंदिर में सुरक्षित कर दिया जाता था।

- पिरामिडों को बनाने का श्रेय फराओं जोसर व वजीर इमहोटेप को जाता है।

- मृतकों के शवों को सुरक्षित रखने के लिए रासायनिक द्रव्य का लेप लगाया जाता था ।ऐसे मृतक शरीर को मम्मी कहा जाता था।
- शिक्षा के क्षेत्र में सर्वप्रथम व्यवस्थित विद्यालय का प्रयोग यही हुआ था और यही से अन्यंत्र प्रचलित हुआ

- कैलेंडर सर्वप्रथम ही तैयार हुआ सूर्य घड़ी एवं जल घड़ी का प्रयोग भी सर्वप्रथम यही हुआ

- यूनानी भाषा में मेसोपोटामिया का अर्थ नदियों के बीच की भूमि होता है ।यह सभ्यता व जिला एवं फरात नदियों के बीच के क्षेत्र में विकसित हुई।
-  मिकी सभ्यता के समकक्ष तथा समकालीन मेसोपोटामिया की सभ्यता विकसित हुई।
- प्राचीन काल में दजला एवं फरात के बिल्कुल दक्षिणी भाग को सुमेर कहा जाता था। मेसोपोटामिया की सभ्यता का विकास सर्वप्रथम सुमेर प्रदेश में हुआ।

2. सुमेरिया की सभ्यता

: सुमेरियन ओ ने एक बड़े ही सुसंगठित राज्य की स्थापना की थी। प्रत्येक नगर राज्य का एक राजा होता था जिसे पुरोहित कहा जाता था।
: धर्म एवं मंदिरों का विशिष्ट स्थान था।
: देव मंदिरों को जिगुरत कहा जाता था। राजा ही मंदिरों का बड़ा पुरोहित होता था।
: सुमेरियन ओ की महत्वपूर्ण दिन लेखन कला है। उन्होंने एक लिपि का आविष्कार किया था। जिसे कीलाकार लिपि कहा जाता है, इसे तेज नोक वाली वस्तुओं से मिट्टी की पट्टी पर लिखते थे।

3. चीन की सभ्यता

: हांग हो नदी की घाटी में प्राचीन चीन की सभ्यता का विकास हुआ ,यह स्थान चीन के उत्तरी क्षेत्र में स्थित है।
: यह चित्र विश्व के अत्यधिक उपजाऊ क्षेत्रों में से एक है ।इसे चीन का विशाल मैदान कहा जाता है ।
: हांग हो नदी को पीली नदी भी कहते हैं, इसलिए चीन की प्राथमिक संवेदकों पीली नदी घाटी सभ्यता भी कहा जाता है।
: कागज की छपाई का आविष्कार चीन की देन है।
:  भूकंप का पता लगाने वाला यंत्र सिस्मोग्राफ का आविष्कार चीन वासियों ने ही किया था।
: रेशम के हल्के वस्त्रों का निर्माण एवं प्रयोग सर्वप्रथम चीन में ही हुआ।

4. यूनान की सभ्यता

: यूनान की सभ्यता को यूरोपियन सभ्यता का उद्गम स्थल माना गया है।
: क्रीट की सभ्यता प्राचीन यूनानी सभ्यता की जननी कही जाती है ,क्रीट की राजधानी नामौस थी।
: 1220 ईसा पूर्व आर्यों की डोरियन शाखा ने यूनान में प्रवेश कर अपना प्रभुत्व जमा लिया।
: यूनान को हेलस भी कहा जाता था इसलिए उसकी पुरानी सभ्यता वहेलनिक सभ्यता भी कहलाती है।
: पर्वतीय प्रदेश होने के कारण यूनान छोटे-छोटे राज्य में विभक्त हो गया विभिन्न नगर राज्यों में स्पार्टा एवं एथेस अधिक प्रभावशाली थे।

5. रोम की सभ्यता

: रोम की सभ्यता का विकास यूनानी सभ्यता के अपकर्ष के बाद हुआ।
: रोमन सभ्यता का केंद्र रोम था ,जो इटली में स्थित है यह यूनानी सभ्यता से प्रभावित थी।
: इटली में उन्नत सभ्यता को विकसित करने का श्रेय अट्रैक्शन एक अनार्य जाति को जाता है।
: जूलियस सीज़र रोमन साम्राज्य का बिना ताज का बादशाह था ।इसकी गणना विश्व के सर्वश्रेष्ठ सेनापतियों में की जाती है।
: आगट्स का काल रोमन सभ्यता का स्वर्ण काल माना जाता है।

प्रिय छात्रों यह थी, परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण विषयों की सभ्यता में से पांच सभ्यताएं आशा करते है कि यह आपको जरूर पसंद आई होगी और आपके आने वाली परीक्षाओं के लिए भी अत्यंत उपयोगी होगी। तो छात्रों कैसी लगी हमारी यह पोस्ट हमें कमेंट करके जरूर बताएं और इसे शेयर जरूर करें धन्यवाद

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  1. You are rock keep going toppers thinks always big

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